
वॉशिंगटन डीसी, जो आमतौर पर अमेरिकी प्रशासन और कूटनीति का शांत केंद्र माना जाता है, मंगलवार रात उस वक्त दहल उठा जब यहूदी संग्रहालय के पास दो इसराइली राजनयिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये घटना अमेरिका और इजराइल के लिए ही नहीं, बल्कि भारत जैसे देशों के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
POK सिर्फ ज़मीन नहीं, भारत की नसों से जुड़ा है – जानिए क्यों!
भारत की तीखी प्रतिक्रिया: जयशंकर ने कहा— अपराधियों को मिले कड़ी सजा
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस वीभत्स हमले की कठोरतम शब्दों में निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:
“वॉशिंगटन डीसी में इसराइली राजनयिकों की हत्या की कठोरतम शब्दों में निंदा करता हूं। हमारी भावनाएं और दुआएं उनके परिवार और साथियों के साथ हैं।”
जयशंकर ने ज़ोर देकर कहा कि इस घटना के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए और वैश्विक स्तर पर आतंक और नफरत की ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
सगाई से पहले काल ने छीनी ज़िंदगी
जानकारी के मुताबिक, दोनों राजनयिक जल्द ही सगाई करने वाले थे। वे इजराइल दूतावास में कार्यरत थे और अपने कार्य के दौरान ही यहूदी संग्रहालय के पास हमले का शिकार हो गए।
यह गोलीबारी स्थानीय समय के अनुसार रात 9:05 बजे एफ स्ट्रीट पर हुई— जो अमेरिका की राजधानी का अत्यंत संवेदनशील और सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है। आसपास कई सरकारी इमारतें, संग्रहालय और एफबीआई का फील्ड ऑफिस भी मौजूद है।
FBI और अमेरिकी प्रशासन सतर्क
अमेरिकी अधिकारियों ने इसे “संभावित टारगेटेड अटैक” करार दिया है और FBI ने जांच शुरू कर दी है। इस घटना से अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक स्तर पर इजराइल के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
भारत-इजराइल की दोस्ती और भारत की स्पष्ट नीति
भारत और इजराइल के रिश्ते आज सिर्फ कूटनीतिक नहीं बल्कि रणनीतिक और सुरक्षा सहयोग में भी गहराई पकड़ चुके हैं। भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह आतंकवाद के ख़िलाफ़ ‘ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर कायम है, चाहे वह किसी भी देश में हो।
वॉशिंगटन डीसी की यह घटना न केवल इजराइल और अमेरिका के रिश्तों में गंभीरता लेकर आई है, बल्कि भारत जैसे सहयोगी देशों को भी चेतावनी देती है कि राजनयिकों की सुरक्षा एक वैश्विक प्राथमिकता बननी चाहिए।
भारत की तीखी प्रतिक्रिया इस बात की पुष्टि करती है कि आतंक और हेट क्राइम के खिलाफ विश्व समुदाय को एकजुट होना ही होगा।
बीकानेर में गरजे PM मोदी: जो सिंदूर मिटाने निकले थे, अब मिट्टी में मिल चुके हैं